The First world war (प्रथम विश्व युद्ध ) सबसे भयानक युद्ध क्यों हुआ?
हेल्लो दोस्तो सवागत है KNOWLEDGE WORLD पर आज हम बात करेगे । सबसे भयानक युद्ध क्यों हुआ?
आज तक दुनिया में दो सबसे बड़े युद्ध हुऐ है । प्रथम विश्व युद्ध FIRST WORLD WAR और दूसरा दुतीय विश्व युद्ध SECOND WORLD WAR
हम बात करेगे प्रथम विश्व युद्ध की।
20 वीं शताब्दि के प्रथम दशक में दो गुट बन गए । 1882 ई में जर्मनी , आस्ट्रिया हंगरी और इटली ने मिलकर ट्रिपल अलायन्स (TRIPLE ALLIANCE) और 1907 ई में फ़्रान्स ,रूस और ब्रिटेन ने ट्रिपल इंटेंट (TRIPLE ENTENTE) का निर्माण कर लिया। इन गुटो की पारस्परिक प्रतिस्परधा व् अंतर्विरोध के कारण यूरोप का वातावरण तनावग्रस्त हो गया। इसी समय सेरोजिओ से आस्ट्रिया के युवराज और उनकी पत्नी की गोली मर कर हत्या कर दी गयी। इस हत्याकांड के फल सवरूप 28 जुलाई सन् 1914 ई को एक ऐसा युद्ध प्रारंभ हुआ जिसने पुरे विश्व को प्रभावित कर दिया ।
1914 ई में प्रारभ यह युद्ध पूरी दुनिया को अपने प्रभाव में में समेत लिया । ओस लड़ाई में जितनी बर्बादी हुई , उतनी मानव इतिहास में पहले कभी नहीं हुई । इस युद्ध की अवधि 4 वर्षो तक रही । यह युद्ध अतयंत भयावह रहा ।
प्रथम विश्व युद्ध के कारण (REASON OF FIRST WORLD WAR):
1. साम्राज्यवादी प्रतिस्प्रधा;
नी संदेह यूरोपिय देशो ने विस्तारवाद की जो प्रक्रिया आरभ की थी वह आगे चल कर प्रथम विश्व युद्ध का कारन बनी । आरम्भ में साधिओ ले माध्यम से युद्ध को टला जाता था । किंतु 20 वीं शादी के प्रारंभ से स्थिति यो में बदलाव आया । जर्मनी के एकीकरण के बाद इतना औद्योगिक विकास हुआकि 1914 तक उसने लोहे और इस्पात के उत्पादन में ब्रिटेन और फ़्रांस को भी पीछे छोड़ दिया । 1912 ई में जर्मनी का जहाज (इप्रेतर ) उस समय का सबसे बड़ा जहाज था । इससे रूस और फ़्रांस डर गए । इसी प्रकार अन्य साम्राज्यवादी देशो जैसे -जापान , इटली आस्ट्रिया आदि के हितों में आपसी टकराव के कारण युद्ध की स्थिति हो गया।
2.जर्मनी का एकीकरण और उत्थान:
अधौगिक उथान के बाद जर्मनी भी साम्राज्य विस्तार की दौड़ में सामिल हो गया । अन्य साम्राज्यवादी शक्तिओ की भाती जमनी ने कच्चे मॉल की आपूति व् सुरछित बाजार की आवश्यकता के लिए एशिया व् अफीका के क्षेत्र पर अपना प्रभुत्व अस्थापित करने का प्रयास करना प्रारंभ कर दिया जिससे रुस्ट हो कर बिटेन अ फ़्रांस ने इसका कड़ा विरोध किया । यह विरोध आगे चल कर प्रथम विश्व युद्ध का कारण बना ।
3. फ़्रान्स और जर्मन वैमनस्य:
1871 ई में जर्मनी ने फ़्रांस को हरा कर आळस लॉरेन का क्षेत्रअपने कब्जे में ले लिया । इस घटना से फ़्रान्स और जर्मनी मे दुश्मनी हो गई । फ़्रान्स अपनी पराजय का बदला लेने के लिए तत्पर था । यह बदले की भावना प्रथम विश्व युद्ध का कारण बनी ।
4. उग्र राष्टीयता की भावना :
प्रथम विश्व युद्ध के पहले अधिकांश शाक्ति साली राष्ट्र आपने हीत के लिए इतने अंधे हो गए की उन्हें उचित और अनुचित का धयान नहीं रहा । वे परस्पर एक -दूसरे को पीछे छोड़ने के लिए तत्पर थे । उनकी उग्र राष्टीयता की भावना में विश्व युद्ध का मार्ग प्रशस्त कर दिया ।
5. सैनिक तैयारियां :
आपसी वैमनस्य एव प्रतिस्पर्धा के कारण शक्ति सम्पन्न राष्ट्र एक -दूसरे से भयभीत होकर सैनिक तैयारियॉ में जुट गए । साथ ही आपस में सैनिक सन्धियां भी करने लगे ,अतः सैनिक तैयारियो ने भी प्रथम विश्व इध में आग में घी डालने का काम किया ।
6.उपनिवेशीकरण की भावना :
19 वीं शादी के अन्त तक प्रायः सभी शाक्ति साली राष्ट्र अधिक से अधिक उपनिवेस बनाने की दौड़ में सम्मलित हो गए । जर्मनी इस दौड़ में बाद में आया किन्तु उसकीऔधोगिक उन्नति से अन्य राष्ट्र भयभीत होने लगे। जापान भी इस स्पर्धा में सम्मलित हो चुके था ,अतः उपनिवेशीकरण की भावना ने भी प्रथम विश्व युद्ध के लिए मार्ग प्रसस्त किया।
7.तात्कालिक कारण :
20 वीं सदी के दुतीय दशक में यूरोपीय वातावरण तनावग्रस्त तो था ही इसी समय घटित एक घटना ,जिसमे आस्ट्रिया के राजकुमार आरकड्युक् फ़्रांसिस अपनी पत्नी सहित बोसनिया की राजधानी सेरोजिओ गए ,जहाँ पर 28 जून 1914 को गोली मारकर पत्नी सहीत उनकी हत्या कर दी गयी । इसी कारण से प्रथम विश्व प्राम्भ हो गया ।
प्रथम विश्व युद्ध की विषेताए :
1-यह युद्ध विश्व के एक बिस्तृत भू भाग पर लड़ा गया तथा इसमें विश्व की कई जातियो और देशो ने भाग लिया ।
2- संसार में पहली बार यह युद्ध शारीरिक शक्ति के स्थान पर मशीनी शक्ति के आधार पर लड़ा गया ।
3-इस महायुद्ध की विनाशलीला विश्ववयपि थी । इसके कारण विश्व का सामाजिक एव आर्थिक संतुलन बिगड़ गया ।
4.इस युद्ध में पहली बार जर्मनी दवारा जहाजो को डूबाने के लिए 'यू बोट' नामक पनडुब्बी का पयोग किया गया ।
5.यह युद्ध धरती ,आकाश और समुन्दर तीनो में लड़ा गया तथा इसमें टैंको ,बमो और पनडुब्बी का प्रयोग किया गया । पहली बार वायुयानो का पयोग इसी युद्ध में हुआ।
प्रथम विश्व युद्ध के परिणाम :
प्रथम विश्व इध उस सयम का मानवता के इतिहास का सबसे अधिक विनाशकारी एव भयंकर युद्ध था ।
1.जन-धन की हानि :
इस महा युद्ध में जन धन की अभूत पूर्व हानि हुई । भीष् ण नरसंघार से मानवतता कंलकित हो गया । इस युद्ध में 50 लाख से जयदा लोग मरे गए। और एक करोड लोग घायल हुऐ।
2.तानाशाही प्रवृति :
प्रथम विश्व युद्ध के कारण ही यूरोप में तानाशाही प्रवृति को बढ़ावा मिला । फलतः रूस मे साम्यवाद का जन्म हुआ।
3.नए राजो की स्थापना -:
यूरोप में प्रथम विश्व युद्ध के बाद आत्मनिर्णय के आधार पर 8 नये राज्यो का निर्माण हुआ।
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